कांग्रेस प्रत्याशी सांसद नकुलनाथ छिंदवाड़ा के रामबाग की नुक्कड़ सभा में जब ये वादा करते हुए  हैं तो थोड़े इमोशनल हो जाते हैं। इसकी वजह भी है- पहली बार किसी चुनाव में उनके अपने कुछ खास लोग साथ नहीं हैं।

विधायक, महापौर, पूर्व मंत्री, पार्षद..। बरसों का साथ तो छोड़ा ही, अब ये उनके खिलाफ ही भाजपा का झंडा उठा रहे हैं, लेकिन नाथ परिवार इसे ‘धोखा’ बताते हुए सहानुभूति में बदलने की कोशिश करता दिख रहा है।

नकुलनाथ की पत्नी प्रिया नाथ के भाषण पर गौर कीजिए- 'जब मैं पिता (ससुर) कमलनाथ जी को देखती हूं, तो बहुत दुख होता है। जिन्हें हमने अपना समझा, अपने परिवार की तरह प्यार दिया, कमलनाथ जी ने आशीर्वाद दिया, जब उनकी अग्निपरीक्षा का समय आया तो उन्होंने धोखा दिया।'

 कमलनाथ वाकई इस बार अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा का सामने कर रहे हैं। दरअसल यहां नकुलनाथ तो बस चेहरा हैं, चुनाव तो कमलनाथ लड़ रहे हैं।